खुबसुरत शयरिया

खूबसूरती की तारीफ शायरी
तेरे …..हुस्न की तपिश….कहीं…जला ना दे
मुझे…….!!!
तू कर….महोब्बत मुझसे….ज़रा….आहिस्ता
आहिस्ता..!!!
ये आईने ना दे सकेंगे तुझे तेरे हुस्न की खबर,
कभी मेरी आँखों से आकर पूछो के कितनी हसीन हों तुम…!!


तारीफ़ शायरी

हमारे द्वारा दी हुई taarif shayri, shayri, मैसेज, विशेज, कोट्स, शायरी, स्टेटस और पोएम को आप अपनी girlfriend, boyfriend, friend, wife व crush को भेज कर उनका दिल जीत सकते हैं|
शायद तुझे खबर नहीं ए शम्मे-आरजू,
परवाने तेरे हुस्न पे कुरबान गये है….!!


खूबसूरती की तारीफ के लिए कुछ लाइन्स

मिलावट है तेरे हुस्न में “इत्र”और “शराब”.
तेरे हुस्न को परदे की ज़रुरत ही क्या है,,
कौन होश में रहता है तुझे देखने के बाद…

Tarif bhari shayari

तेरे हुस्न का दीवाना तो हर कोई होगा
लेकिन मेरे जैसी दीवानगी हर किसी में नहीं होगी।
ये तेरा हुस्न औ कमबख्त अदायें तेरी
कौन ना मर जाय,अब देख कर तुम्हें.
तेरा हुस्न बयां करना नहीं मकसद था मेरा !
ज़िद कागजों ने की थी और कलम चल पड़ी !

हुस्न की तारीफ शायरी

तेरा हुस्न एक जवाब,मेरा इश्क एक सवाल ही सही
तेरे मिलने कि ख़ुशी नही,तुझसे दुरी का मलाल ही सही
तू न जान हाल इस दिल का,कोई बात नही
तू नही जिंदगी मे तो तेरा ख़याल ही सही

दुनिया में तेरा हुस्न मेरी जां सलामत रहे
सदियों तलक जमीं पे तेरी कयामत रहे


शायरी खूबसूरती पर

tareef shayari in urdu इस प्रकार हैं:
मेरी निगाह-ए-इश्क भी
कुछ कम नही,
मगर, फिर भी
तेरा हुस्न तेरा ही हुस्न है…
जिस मोड़ पे तू मिल गई
वहां एक नई राह खुल गई
तू नए किरण की बहार है
अब रात भी मेरी ढल गई

दोस्त की तारीफ शायरी

मेरा इश्क भी, तेरा हुस्न भी
गजलों में आके घुल गई
मेरी शायरी की किताब तू
कभी खो गई, कभी मिल गई
किसका चेहरा अब मैं देखूं…?
चाँद भी देखा…! फूल भी देखा…!!
बादल बिजली…! तितली जुगनूं…!!
कोई नहीं है ऐसा…! तेरा हुस्न है जैसा…!!
हुस्न की तारीफ शायरी

हुस्न शायरी – tareef shayari in two lines

शरीके-ज़िंदगी तू है मेरी, मैं हूँ साजन तेरा
ख्यालों में तेरी ख़ुश्बू है चंदन सा बदन तेरा
अभी भी तेरा हुस्न डालता है मुझको हैरत में
मुझे दीवाना कर देता है जलवा जानेमन तेरा
तेरी तरफ जो नजर उठी
वो तापिशे हुस्न से जल गयी
तुझे देख सकता नहीं कोई
तेरा हुस्न खुद ही नकाब हैं


Tareef Sms In Hindi For Girlfriend

Pyar ko pyar ka taufa nahi dete,
Dil ko jazbaat ka taufa nahi dete,
Dene ko to hum aap ko chand dete magar,
Chand ko chand ka taufa nahi dete…!
 Mat Muskurao itna,
Ke phoolon ko khabar lag jaye,
Ke kare woh tumhari tareef,
Aur tumhe nazar lag jaye…!


तारीफ शायरी इन हिंदी

Aankhein hain unki ya hain sharaab ka mehkhana,
Dekh kar jinko ho gaya hoon main deewana.
Honth hain unke ya hain koi raseela jaam,
Jinke ehsaas ki tamanna mein beeti hai meri har शाम
!Khamosh Raat Ki Pehlu Mein Sitare Naa Hote,
In Rookhi Aankhon mein Rangeen Nazare Naa Hote,
Hum Bhi na Karte Parwah Agar aap Itne Pyare na hote…!
तारीफ में शायरी
!Aasmaan me jab bhi baadal garajta hoga,
Mausam bhi apna rang badalta hoga,
Uthti hogi jab-jab aapki nigahein,
Khuda bhi gir-gir ke sambhalta hoga

Shayari on Beauty – सुंदरता की तारीफ शायरी

Chaand se hassen hai chandni,
Chandni se hassen hai raat,
Raat se hassen hai zindagi,
Aur woh zindagi hain aap…
tarif bhari shayari in hindi
Har nazar ko ek nazar ki talash hai,
Har chehre mein kuchh to ehsah hai,
Aapse dosti hum yun hi nahi kar
baithe,
Kya karen hamari pasand hi kuchh
KHAAS hai….!!!


सुन्दरता पर शायरी

क्या हसीन वो शाम होगी, क्या हसीन उस दिन सारा जहां होगा…
लाल सुनहरे जोड़े में सजा उस दिन मेरा यार होगा.!!!
Khwab Bankar Teri Aankho Me
Samana Hai,
Dava Bankar Tere Har Dard Ko
Mitana Hai,
Hasil Hai Mujhe Jamane Bhar Ki
Khushiyan,
Meri har khushi ko bas tujh par
lootana hain… !!!
देखे जो आइना भी तो रूठकर बिखर जाये टुकड़ो में…
कुछ ऐसे सजा-सवरा उस दिन मेरी महबूब का रूप सिंगार होगा…
सादगी उसकी इतना कातिल है, उसके हुस्न का आलम यारो…
क्या होगा उस दिन जब वो गहनो से सजकर तैयार होगा.!!!
पत्नी की तारीफ शायरी
Na Kisi Ki Aankh Ka Noor Hun, Na
Kisi Ke Dil Ka Karaar Hun, Kisi Ke
Kaam Na Aa Sake, Main Wo Ek
Musht-e-Gubaar Hun, Mera
Rang-Roop Bigad Gaya, Mera
Yaar Muzse Bichhad Gaya, Jo
Chaman Khiza Se Ujad Gaya,
Main Usi Ki Fasll-e-Bahaar Hun !!!



खूबसूरती की तारीफ पर कविता

हमें नहीं चाहिये ज़माने की खुशियाँ,
अगर मिल जाये मोहब्बत तुम्हारी…
आँखों में तेरी कोई करिश्मा ज़रूर है…
तू जिसको देख ले;
वो बहकता ज़रूर है…
बहुत खुबसूरत है हमारा सनम |
खुदा ऐसा चेहरा बनाता है कम ||
tareef shayari in hindi font
डूबकर तेरी झील सी गहरी आँखों में,
एक मयकश भी शायद पीना भूल जाए.
चांद रोज़ छत पर आकर इतराता बहुत था,
कल रात मैंने भी उसे तेरी तस्वीर दिखा दी.

तारीफ के शब्द

सुबह का मतलब मेरे लिए सूरज निकलना नही,
तेरी मुस्कराहट से दिन शुरू होना है…
ये अदा ये अंदाज यु मुस्कराना तेरा,
कईयों को डुबो गया आखो के सागर में…
इश्क के फूल खिलते हैं तेरी खूबसूरत आंखों में..,
जहां देखे तू एक नजर वहां खुशबू बिखर जाए॥….
ऐसा ना हो तुझको भी दीवाना बना डाले,
तन्हाई मैं खुद अपनी तस्वीर न देखा कर …
बहुत खूबसूरत है आखै तुम्हारी,
इन्हें बना दो किस्मत हमारी.

तारीफ करना

बाँहों में ले कर उसको फिर लबो की लाली चुराई थी
उस सर्द रात में साँसे भी शोला बन कर टकराई थी
टिका बिंदी , कंगना , पायल सब ने शोर मचाया था
जब उसके शोख बदन को मैंने हाथ लगाया था ,
डूब गए थे हम दोनों उस दहकती प्यार की आग में
तोड़ दिया था हम ने कलियों को उसके प्यार के बाग़ में


प्रशंसा शायरी

तुझको देखा तो फिर किसी को नहीं देखा,
चाँद कहता रहा मैं चाँद हूँ… मैं चाँद हूँ…।
कैसी थी वो रात कुछ कह सकता नहीं मैं
चाहूँ कहना तो बयां कर सकता नहीं मैं ,
दुल्हन बन के मेरी जब वो मेरी बाँहों में आयी थी
सेज सजी थी फूलों की पर उस ने महकाई थी
घूँघट में इक चाँद था और सिर्फ तन्हाई थी
आवाज़ दिल के धड़कने की भी फिर ज़ोर से आयी थी
प्यार से जो मैंने घूँघट चाँद पर से हटाया था
प्यार का रंग भी उतरकर उसके चेहरे पर आया था

तारीफ शायरी फॉर ब्यूटी

तुझे क्या कहूं तू है मरहबा. तेरा हुस्न जैसे है मयकदा
मेरी मयकशी का सुरूर है, तेरी हर नजर तेरी हर अदा
तेरे इख़्तियार में है फिजा, तू खिज़ां का जिश्म सवार दे
मुझे रूह से तू नवाज दे, मुझे जिंदगी से न कर जुदा
तेरा हुस्न जब से मेरी आँखों में समाया है,
मेरी पलकों पे एक सुरूर सा छाया है,
मेरे चेहरे को हसीन नूर देने वाले,
ये तेरे दीदार के लम्हों का सरमाया है!
मुझको नहीं जरूरत किसी कलम की तेरी तारीफ बयां करने के लिए

तेरी अदाएं, तेरे ये नाज़नीन से अन्दाज़,
अपनी अदा आप रखते हैं
Tareef bhari shayari in Urdu
सोचता हु हर कागज पे तेरी तारीफ करु,
फिर खयाल आया कहीँ पढ़ने वाला भी तेरा दीवाना ना हो जाए।
लिखी कुछ शायरी ऐसी तेरे नामसे…. कि
जिसने तुम्हे देखा भीनही,उसने भी तेरी तारीफ कर दी..!!
ये सोचकर रोक लेता हूँ कलम को, तेरी
तारीफ लिखते लिखते,.. की कहीं इन
लफ़्ज़ों को सबसे बेहतरीन .. होने का गुमान
ना हो जाये
ना चाहते हुए भी आ जाता हैं लबों पे
तेरा नाम…….
कभी तेरी तारीफ में तो कभी तेरी
शिकायत में……..!!
तारीफ शायरी इन हिंदी फॉर गर्लफ्रैंड
हुस्न को बे-हिज़ाब होना था
शौक़ को कामयाब होना था
हिजर में कैफ-ऐ-इज़्तेराब न पूछ
खून -ऐ -दिल भी शराब होना था
तेरे जलवों पे मर मिट गए आखिर
ज़र्रे को आफताब होना था

Tarif Bhari Shayari in urdu

कुछ तुम्हारी निगाह काफ़िर थी
कुछ मुझे भी खराब होना था
रात तारों का टूटना भी ‘मजाज़’
बाइस -ऐ -ना उम्मीद होना था

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